फिल्म : आमिर संगीतकार : अमित त्रिवेदी गीतकार : अमिताभ भट्टाचार्य गायक : शिल्पा राव और अमिताभ गर्दिशों में रहती, बहती गुज़रती, ज़िंदगियाँ हैं कितनी इनमें से एक है, तेरी मेरी या कहीं, कोई एक जैसी अपनी पर ख़ुदा ख़ैर कर, ऐसा अंजाम किसी, रूह को ना दे कभी यहाँ गुंचा मुस्कुराता एक, वक़्त से पहले क्यों, छोड़ चला तेरा ये जहाँ एक लौ इस तरह क्यों बुझी मेरे मौला एक लौ ज़िन्दगी की मौला एक लौ इस तरह क्यों बुझी मेरे मौला एक लौ ज़िन्दगी की मौला धूप के उजाले से, ओस के प्याले से, खुशियाँ मिले हमको ज़्यादा माँगा है कहाँ, सरहदें ना हो जहाँ, दुनिया मिले हमको पर ख़ुदा ख़ैर कर, उसके अरमान में क्यों, बेवजह हो कोई कुर्बां गुंचा मुस्कुराता एक, वक़्त से पहले क्यों, छोड़ चला तेरा ये जहाँ एक लौ इस तरह क्यों बुझी मेरे मौला एक लौ ज़िन्दगी की मौला एक लौ इस तरह क्यों बुझी मेरे मौला एक लौ ज़िन्दगी की मौला एक लौ इस तरह क्यों बुझी मेरे मौला एक लौ ज़िन्दगी की मौला एक लौ इस तरह क्यों बुझी मेरे मौला एक लौ ज़िन्दगी की मौला एक लौ इस तरह क्यों बुझी मेरे मौला एक लौ ज़िन्दगी की मौला एक लौ इस तरह क्यों ...